प्यार तो तुम रहने ही दो
🤞🤞🙏🙏
तन्हाई का मंज़र भी क्या खूब रहा है
मैं रोता रहा और वो मुझे ऐसा देख हस्ता रहा है
के कमी मुझमें बहुत है मुझे हमेशा से ये मंज़ूर रहा है
पर तुम भी क्या हर जगह सही रही हो??
जैसे हर इंसान खुशनसीब नहीं होता..
वैसे ही तो हर इंसान गलत भी तो नहीं होता...
अपनी जगह तुम सही हो..
पर मैं अपनी जगह गलत भी तो नहीं...
तुम्हारी नज़र मे मैं गलत हूं.....
अब मुझे गलत ही रहने दो...
तुम कहते हो तुमसे मैं प्यार नहीं करता......
तुम यहीं सोचती हो तो सोचती रहो...
मैं प्यार कितना करता हूं मुझपे ही रहने दो.....
बस अब एक ही बात बाकी है बोलनी तुमसे....
तुमसे सबकुछ हो सकता है लेकिन अब प्यार........तो तुम रहने ही दो.........
BY:-MOHIT K SINGH
Bhai teri poem magical h 🧐🧐🧐🧐😻😻😻😼😼😼💝💝💝💖💖🌹🌹🌹
ReplyDeleteIt's amazing 💖💖🌹🌹
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