Posts

Showing posts from 2020

कुछ तो है

Image
कुछ तो है जो हर खामोशी कुछ ख़ास सिखा जाती है लोग रोते हैं और ज़िंदगी हसकर चली जाती है लोग ज़िंदगी को समझने के चक्कर मे जीना भूल जाते है ऐसे ही कुछ लोगों को लड़की मे सिर्फ जिस्म दिखाईं देता है कुछ नज़रों का भी कसूर है कुछ मन कि है गंदी सोच जो अपनी बहन देवी और दूसरों की माल नज़र आती है ऐसी ही कुछ बातें दिल को झंझोड़ देती है हसने की तो बात दूर..... रोने तलक (तक)ना देती है इसलिए तू समझ-ऐं- इंसां ना हर लड़की माल होती है ये तो जहां मे ईश्वर होती है जो तुझे जमीं से जन्नत तलक ले जाती है कोई मां तो कोई बहू कोई बहन बनकर दिखलाती है फिर भी वो बहुत कुछ सुनकर चुप हो जाती है ऐसे ही थोड़ी ना खामोशी कुछ खास सिखाती है पर कुछ लोग तो आज भी ऐसे है जो समझते सबकुछ है  पर कुछ न ये लोग बोलते है इसलिए "मोहित" तू चुप ना रह क्योंकि तूने कुछ बोला नहीं तो तू ग़लत होता चला जाएगा कुछ लोगों के सामने चुप रहकर तो तू सवालों से बच जाएगा पर फिर कैसे तू उस खुदा की अदालत मे खुद को बचा पाएगा BY:-MOHIT K SINGH

प्यार तो तुम रहने ही दो

🤞🤞🙏🙏 तन्हाई का मंज़र भी क्या खूब रहा है मैं रोता रहा और वो मुझे ऐसा देख हस्ता रहा है के कमी मुझमें बहुत है मुझे हमेशा से ये मंज़ूर रहा है पर तुम भी क्या हर जगह सही रही हो?? जैसे हर इंसान  खुशनसीब नहीं होता.. वैसे ही तो हर इंसान गलत भी तो नहीं होता... अपनी जगह तुम सही हो.. पर मैं अपनी जगह गलत भी तो नहीं... तुम्हारी नज़र मे मैं गलत हूं..... अब मुझे गलत ही रहने दो... तुम कहते हो तुमसे मैं प्यार नहीं करता...... तुम यहीं सोचती हो तो सोचती रहो... मैं प्यार कितना करता हूं मुझपे ही रहने दो..... बस अब एक ही बात बाकी है बोलनी तुमसे.... तुमसे सबकुछ  हो सकता है लेकिन अब प्यार........ तो तुम रहने ही दो......... BY:- MOHIT K SINGH

तो शायद मैं आज ऐसा ना होता

 मैंने खुद को खुद से नज़रे चुराते देखा है खुद को खुद से नाराज़ होते देखा है तन्हाई में खुद को रोते देखा है लोगों को धोखा देते देखा है और अपनों से धोखा खाकर देखा है  दूसरों को पाने कि चाह में मैंने खुद को खोकर देखा है रोया मै भी बहुत हूं तन्हाई में  भरी महफ़िल में दूसरों के सामने खुद को मुस्कुराते देखा है तन्हाई मुझे बहुत पसंद हैं ऐसा कहकर तन्हाई में खुद को रोते बहुत देखा है रोने मे सच मे बहुत मज़ा आता है खुद को खुद से मिलने क मौका मिल जाता है प्यार ऐसा ही होता तो कितना अच्छा होता ना कोई किसी को धोखा देता ना कोई किसी के लिए रोता ना कोई दुखी होता और जैसा मैं आज हूं तो शायद मैं आज ऐसा ना होता होती कुछ कमी....... पर ना बर्बाद मैं होता.... तो शायद मैं आज ऐसा ना होता होता मैं कुछ अलग पर..... ना इतना गलत ना होता...... BY:-MOHIT K SINGH

zalim-e-takleef

 Teri baton ko suna maine bhi h K teri baton ko suna maine bhi h.... Tum kehte ho roye ho tum mere liye sari raat..... Tum kehte ho roye ho tum mere liye sari raat... Kya smjha tumne zalim-e-takleef mujhko... Mujhe to teri khabar puri raat rhi h.... Or jo tu ye raatbhar rone ki baat keh rhi h... Tujhe kya pta...k kaisi meri halat ....puri raat rhi h... Tune to raat rone ki baat jhut kri h... Meri in aakhon se puch....k meri in aakhon se puch-e-zalim...kaisi vo nam puri raat rhi h... BY:-MOHIT K SINGH

#singles

कुछ बातों को मैंने गहराई से सोचा है...  कुछ बातों को गहराई से समझा है... कुछ बुरी आदतों को मैंने छोड़ा है... . कुछ अच्छी आदतों को अपनाया है..... इसीलिए शायद मैं ऐसा हूँ.....  ज्यादा दोस्त नहीं मेरे...... लेकिन जितने है कोई कोहनूर से कम नहीं...... इसलिए मुझे कांच के टुकड़ों की जरूरत नहीं....  और जो दोस्तों को अलग करे....  ऐसी girlfriend की मुझे चाहत नहीं...... इसीलिएे शायद मैं आज भी single हूँ....  #SAURABH.. #MITHUN.... #AMAN... #ANIKET...... #SHUBHAM... (PURI) #INDERJEET(KADA)...#ANUJ.... BY:-MOHIT K SINGH

जागता हूँ

Image
कुछ लोग मुझे कहते है....  आधी -आधी रात तक मुझे नींद नहीं आती....  सारी -सारी रात मुझे जागने की आदत सी हो गई है.....   किसी के बारे मे सोचने की मुझे आदत सी हो गई है....  खुद को अंधेरे मे खोने की मुझे आदत सी हो गई है ...... कुछ लोग कहते है अंधेरे मे शैतान जागते है..   तो क्या में शैतान हो गया.... माना रात-रातभर में जागता हूँ  खुद को हर रात में तन्हा करता हूँ  हर रोज अपने शब्दो मे खून मैं बहाता हूँ  तो क्या में शैतान हो गया.... रोता नहीं.....हँस्ता नहीं.....किसी को अपना दुख बताता नहीं..... तो क्या मैं feelingless हो गया...... BY:-MOHIT K SINGH 

मन्ज़िल

Image
आज कुछ उन लोगों के लिए जो सिर्फ़ मन्ज़िल को पाना चाहते है और मन्ज़िल की चाहत मे ज़िन्दगी को जीना ही छोड़ देते है  बनना है तो motivator बनो....  अपनी ज़िन्दगी न सही....  दूसरों की ही शायद... ज़िन्दगी खुशनुमा कर सको... अपनी ज़िन्दगी ना सुधार सके तो क्या...  क्या पता दूसरों की ही सुधार सको....  बनना है तो एहसास बनो...  कोई तुम्हे नहीं समझ सका तो क्या....  क्या पता तुम ही किसी को समझ सको.. बनना है तो राह बनो...  मन्ज़िल मे क्या रखा है....और सीखना ही है तो..... कुछ खोना सीखो......क्योंकि  अक्सर लोग पाकर.... उसकी कीमत भूल जाते है...  और कुछ ज़िन्दगी से सीखना ही है... तो  राह का मजा लेना सीखो ...क्योंकि अक्सर लोग मन्ज़िल पर पहुचकर पचताते है... BY:-MOHIT K SINGH

रुख ज़िन्दगी का...

Image
लोग समझने वाले हो तो समझ जाते है  लोग निभाने वाले हो तो निभा जाते है  जरुरी तो नहीं सब लोग एक जैसे ही हो...  जरुरी तो नहीं सब लोग एक जैसे ही हो...  कुछ लोग ऐसे भी होते है.... जो दूसरों पर खुद को मिटा दिया करते है ..... उन लोगों को समझना आसान नहीं होता जो दिल मे दर्द और होंठो पर मुस्कान लिए फिरते है  कुछ दुनिया मे ऐसे भी लोग होते है  जो चेहरे पर मासुमियत और दिल मे चोर लिए फिरते है  ऐसे ही कुछ लोगों से धोखा खाकर ..... शायद....  कुछ लोग ये जहाँ छोड़ दिया करते है  BT:-MOHIT K SINGH

खुदा की मेहरबानी

  के तन्हाई मे बैठकर मैं रोया भी बहुत हूँ..  और रोशनी मे मुस्कुराया भी बहुत हूँ  के तन्हाई मे बैठकर मैं रोया भी बहुत हूँ..  और रोशनी मे मुस्कुराया भी बहुत हूँ  लोग तो आज दूसरों की बेवफ़ाई से परेशान है..... और एक मैं हूँ जो खुद-ही-खुद को चोट लगाकर बैठा हूँ..  माना अब तन्हाई ही बची है मेरी ज़िन्दगी मे ... माना अब तन्हाई ही बची है मेरी ज़िन्दगी मे ... लेकिन उसे पाने की एक आस तो बाकी है.... माना उसे खो चुका हूँ मैं..... पर उसे पाने की एक चाह तो बाकी है....  इसे में कैसे खोदू ...जो मेरे जीने  की एक आखरी सीडी बाकी है ...... दिल करता है उसे ये जान भी देदू......फ़िर सोचता हूँ..  क्या ये ख्वाहिश भी उसी खुदा की मेहरबानी है...... BY:-MOHIT K SINGH

लिखना ही है काम मेरा

पहले भी में लिखता था  आज भी में लिखता हूँ  लिखना ही है काम मेरा.... लिखकर ही में सीखता हूँ.... जो भी हो बात.... लिखकर ही वयाँ में करता हूँ  में कोई शायर नहीं....बस अपनी बातों को धुन बना लेता हूँ सीखना है काम मेरा.... लिखकर ही में सीखता हूँ  मुझसे नहीं होते ये दिखावे वाले चोचले...  जो भी थे  बिचार मेरे.. मैने सबके सामने खोल दिये.... लोग कहते है हम राज़दार है  और एक हम है जो खुली किताब बनके बैठे है  कुछ लोग.. लोगों को समझ नहीं पाते...  खुद गलत होते है और दुनिया को गलत ठहराते है  लोगों का कुछ कहना जरुरी नहीं...पर सही कहना जरुरी है  दुनिया को सही करने से पहले...खुद को सही करना जरुरी है  में सही नहीं हूँ पुरी तरह..... इसलिए में लिखता हूँ  और लिखकर ही में सीखता हूँ...... लिखना मेरी आदत है....कभी-कभी मुझसे गलतियाँ भी होती है  और उन्ही गलतियों से में सीखता हूँ  लिखना ही है काम मेरा.... लिखकर ही में सीखता हूँ.... BY:-MOHIT K SINGH

किताब की सीख

पहले किताब और नोटबुक होती थी  आज सुबह सबसे पहले फ़ेस्बुक पर स्तेटस हमारा है .... पहले लोग घर छोड़कर काम पर जाया करते थे  आज घर पर काम सारा है ...  पहले लोग आपस मे इज्जत कमाते थे.... आज पैसे का बोलबाला है...  पहले लोगों के दिलो मे इंसानियत  थी  और आज लोग  जानवर ज्यादा.. इंसान कम  है  पहले लोग बुरायाँ खोजा करते थे  आज अच्छाइ की तलाश जारी है  पहले दूर होकर लोग पास होते थे  आज पास रहकर भी दूरियाँ बाकी है पहले दुनिया बड़ी थी  पर आज बहुत छोटी नज़र सी आती है  लोग पहले गरीब जरुर थे लेकिन दिल से अमीर होते थे  आज ना जाने वो वक़्त कहा गुम सा हो गया है  भाई भाई से...दोस्त दोस्त से दूर हो गया है  आज लोगों की औकात .....देखकर ही पता चल जाती है  फिर भी पता नहीं लोगों को किस चीज क घमंड है  आज पता नहीं क्यो.... लोगों को घमंड है  जबकि उन सबकी ज़िन्दगी तो आज एक छोटे से फोन मे बन्द है  BY:-MOHIT K SINGH

दीवाने कुछ ऐसे होते है

Image
तुझसे मैं प्यार करता हूँ...  तुझसे इसका एज़्हार करता हूँ....  तू इसको समझती नहीं है...  तू इससे इंकार करती है....  मैं फिर भी तेरा हर पल इन्तेज़ार करता हूँ.. .. तू तो मेरा ऐतबार भी नहीं करती.... कहते है प्यार ही खुदा है.....  तू तो इस खुदा को भी ठुकरा देती है...  रूह मेरी.... तेरी दिवानी है.. . दिल-जान भी देदू तुझे.. पर..न ठुकरा मुझको तू.... ये पागल तेरे एक इसारे पर हर एक सांस देदेगा.... हर एक सांस पर नाम ये तेरा आशिक़ लिखदेगा....  हर पल इस जीवन का... तेरे साथ ही गुजारुगा ये मानले तू.... कहते है प्यार ही खुदा है.....पर मेरा खुदा है तू... ये जानले तू....  तुझसे मैं प्यार करता हूँ...  तुझसे इसका एज़्हार करता हूँ....  BY :-MOHIT K SINGH 

लोगों की उम्मीद

Image
Log aaj pyaar Krna chahte h...  Pr dhoke se drte h..  Log aaj pyaar Krna chahte h...  Pr dhoke se drte h..  Or gjb baat Ye h.... Jise pyaar k mtlb nhi pta...  us... Dhokebaaj se hi pyaar ki umid krte h.. Or Dhokebaaj kehte h gussa MT hua kro...  Or Dhokebaaj kehte h gussa MT hua kro...  To sunn ai pyaar k shodagar ...  Gussa apno se hote h.....  Gairon se to Bss dhoke ki umid Ki jati h..  Or Log  aaj nafrat se preshaan h...  Pyaar se jyada pyaar  ....aaj log... nafrat se krte h...  Or isiliye shayad  aaj..log....  pyaar kam...Or timepass jyada krte h.  BY:-MOHIT K SINGH

PRESENT CONDITION OF OUR COUNTRY

Image
इंसानियत बेरोजगार बैठी है.. मजहब का कारोबार चल रहा है.. घृणा अपने मुकाम पर है.. दलितों का तिरस्कार चल रहा है... शहीदो पर उंगलियां उठ रही है..  भ्रष्ट नेताओं का सम्मान चल रहा है… नीरव माल्या देश लूट रहे है...  आम आदमी का शिकार चल रहा है गरीबी से किसान तड़प रहा है... लोन अमीरो का माफ़ हो रहा है... बच्चे सड़को पर भीख मांग रहे है.. डिजिटल इंडिया का प्लान चल रहा है.. एक तरफ  BOYCOTT CHINESE PRODUCT नारा दिया गया है..  दूसरी तरफ  BANK OF CHINA का कारोबार चल रहा है देश में लोग बेरोजगार बैठे है चोरी का कारोबार चल रहा है भुखमरी अपने मुकाम पर है...फिर भी मोदी मोदी का गुणगान चल रहा है PUBLISHED BY:-MOHIT K SINGH WRITTEN BY:-SHUBHAM KUMAR

DOST

Kuch Kaam ho to log sath chhood dete h K Kuch Kaam ho to log sath chhood dete h, Aise logo se mujhe Lena kya....  Jo andhere m khud ko hi chhood dete h,  Kuch Dost to  mere aise  h....  Jo kehne se pehle meri baat pakd lete h, Jo andhere m bhi mujhe mujhse pehle pehchan lete h,  Sale h to bde kamine..... Par aaj bhi jb Unki yaad aati h .... to.... Ye mere ansu khud hi ankhon m rasta bana lete h...  Sale Vo kamine bhot the.... Par kabhi na unhone sath mera chhoda tha...... Kuch Kaam na hone pr... K Kuch Kaam na hone pr... Salo NE khud hi....  Sath dene k Bahana khud hi bna dala tha.  #MY_JNV_FRNDS LOVE _YOU_YARO BY:-MOHIT K SINGH

dost mtlbi nhi hote

Dost mtlbi nhi hote...... K dost mtlbi nhi hote..  Agr dost  mtlbi ho to use dost nahi kehte, Jo sath rhkr gairon se bhi bura kre .... Vo apne ...gairon se kam hote h, Or agr dosti m...  Or dosti m dost gair Ho jaye to..  Vo dost nhi Dusman hote h,  Jo Dusman hokr bhi dost k Kaam kr jaye .... aise log hi..... emaan-e-faraste hote h.... Jinhe dosto se bda mana  Jata h....  Jinhe..... dosto se bda mana Jata h...  Kyuki kimat insaan ki nhi uske emaan Ki Hoti h...  Or jiska emaan hi Kahi khogya ho... Jiska emaan hi gir gya ho... Use to Vo khuda jahannum m bhi jaga nhi deta..  Jo khuda har insaan ko uski glti sudhaarne k ek Moka deta h... Use to Vo khuda bhi maaf nhi kr paata ..... jo har gunaah ko maaf kr deta h... Ab m is dost ko kya naam du...  Jo kisi Ki dosti ka haqdaar nhi.. . Jo ae khuda ....Teri rhmat k haqdaar nhi..  Dosti ke naam pr jo.. Dosti ko badnaam kre..  Samne se jo dost bne... Or पीठ pr waar kre.....

ऐ mere khuda शुक्रिया mujhe is काबिल smjhne के liye

Jiska sath mujhe chahiye tha meri zindagi ki raah m, ab wo hi bdl gya kisi or k intezaaar m, To ham ab Kare kya.... Jo ham baithe the Unke dilegulzaar m, Bdl gye Vo .....mosham ki Tarah , Or ham sochte hi reh gye...  Unke bepanha pyaar Mohobbat or hoor-e-nazim m, Bs rone se ruk gya... K bs rone se Ruk gya...  Kyu..??  Kyuki rona ...meri adat nhi..  Kisi ko khona ya pana us rab ki mehrbani ka hissa h.. Or mujhe us rab ki meher pr pura yakeeen h..  Usne mere liye kuch to socha hoga...  Mere liye us se shayad koi or khushnaseeb baitha hoga.  Shayad meri दुआओ se jyada asar uski दुआ m hoga.. uski दुआ mujhse kai गुना कामिल hogi...  Us khuda pr mujhe....mujhe khud se jyada yakeeen h...  Uska hi koi khaas hoga... Jo...  Mere dil-e-naseeb m hoga.   #MOHIT K SINGH  

Pyaar smjhna aasaan nhi

Maana mujhe jaanna aasaan nhi Pr namumkin bhi to nhi, Maana mujhse gltiyan bhot Hoti h Pr sb perfect ho ye Jaruri to nhi, Achchai ya burai insaan m nhi Hoti Ye uski nazron k rhm h, Maana mujhme buraiya bhot h Pr tumhe bepanha pyaar Krna Kisi achchai se km bhi to nhi,  Maana mera pyaar Romeo jaisa nhi.... Pr majnu se km bhi to nhi, Maana tu koi dariya nhi.... Pr m मछली bhi to nhi, Maana tujhe pana आसान nhi... Pr namumkin ho... .aisa bhi to nhi, Maana meri har kahani Tujhse suru Hoti h..... Pr aakr tujhpr hi ruke aisa bhi koi Jaruri to nhi, Maana tere bin jeena mere liye namumkin sa h... . Lekin marr  hi jaun Ye bhi to confirm nhi. #MOHIT K SINGH

#baki sb Thik h

#baki sb Thik h Tujhse door hu.... Door hokr tujhme hi rhta hu... Kisi se baate nhi krta tere bare m.... Pr ek Lamha nhi hota aisa Jisme tujhse Juda rha hu... Bs Teri yaadon m khoya rhta hu.... Bs tere bare m sochkr... Khud ko jaise kho chuka hu...             #baki sab Thik h Na kisi se Milna.... Na kisi k koi Kaam... Bs tere intezaaar m.... Khoya rhta hu.... Or koi nhi mujhe ajkl koi Kaam... Mere har din Ki suruyaat Tujhse Hoti h... Mera har din Teri yaad k sath Dhalta h.. . Kho chuka hu khud ko Kahi.... Jbse Tujhse door hua.... Hu             #baki sb Thik h Meri har kahani ka kiasa.... Tujhse suru hokr... Tujhpr hi aakr rukta h... Tujhse baat nhi Hoti.... Yahi soch sochkr mera dil rota h.. .              #baki sb Thik h Meri rooh k hissa h tu... . Meri zindagi k part nhi... .meri to zindagi h tu...  Rota hu raat ko tujhe yaad krke.... Har Subhah ki Tarah tu aat...