कुछ तो है
कुछ तो है जो हर खामोशी कुछ ख़ास सिखा जाती है लोग रोते हैं और ज़िंदगी हसकर चली जाती है लोग ज़िंदगी को समझने के चक्कर मे जीना भूल जाते है ऐसे ही कुछ लोगों को लड़की मे सिर्फ जिस्म दिखाईं देता है कुछ नज़रों का भी कसूर है कुछ मन कि है गंदी सोच जो अपनी बहन देवी और दूसरों की माल नज़र आती है ऐसी ही कुछ बातें दिल को झंझोड़ देती है हसने की तो बात दूर..... रोने तलक (तक)ना देती है इसलिए तू समझ-ऐं- इंसां ना हर लड़की माल होती है ये तो जहां मे ईश्वर होती है जो तुझे जमीं से जन्नत तलक ले जाती है कोई मां तो कोई बहू कोई बहन बनकर दिखलाती है फिर भी वो बहुत कुछ सुनकर चुप हो जाती है ऐसे ही थोड़ी ना खामोशी कुछ खास सिखाती है पर कुछ लोग तो आज भी ऐसे है जो समझते सबकुछ है पर कुछ न ये लोग बोलते है इसलिए "मोहित" तू चुप ना रह क्योंकि तूने कुछ बोला नहीं तो तू ग़लत होता चला जाएगा कुछ लोगों के सामने चुप रहकर तो तू सवालों से बच जाएगा पर फिर कैसे तू उस खुदा की अदालत मे खुद को बचा पाएगा BY:-MOHIT K SINGH